Tuesday, June 28, 2011

एकता

एकता 
 जोड़ सके जो सब को उसका नाम है एकता, इसीसे मिलती है दुनिया में सफलता.  
एक- एक फूल से बनती है माला, एक- एक धागे से बनती है दुशाला .
घर बनता है एक-एक ईंट से ,घोंसला बनता है एक-एक तिनके से.
एक- एक फूल से खिल जाती  है बगिया, एक-एक बूँद से बन जाती है नदिया .
मुट्ठी में जो शक्ति है वह उँगलियों में नहीं ,रस्सी में जो ताकत है वह वह धागे में नहीं. 
देश की ताकत जनता में है , भिन्न भिन्न भाषाओं में नहीं ,
लाखों चले जब  साथ-साथ, कोई कर सकता वार नहीं. 
मिटा दो भेद रंगों का इसमें प्यार नहीं, मिटा दो भेद धर्मों का इसमें शान नहीं.
सब का खून लाल है प्यार जगाओ सब में,सब के लिए  प्रकाश है एक जैसा सूरज और चाँद में .
मिटें  सीमाएं देश की बने  एक परिवार ,  फिर देखो एकता का चमत्कार.  
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